क्या आपको पता है परमाणु की खोज किसने और कब की थी। परमाणु किसी भी पदार्थ का सबसे छोटा कण है जिससे मिलकर किसी भी पदार्थ की संरचना होती है, इसके बिना कोई भी पदार्थ नहीं बन सकता है।
आज हम आपको परमाणु की खोज किसने की थी, परमाणु के नाभिक की खोज किसने की और परमाणु सिद्धांत की खोज किसने की, इस प्रकार के सभी प्रश्नों के उत्तर देंगे। आइए Parmanu Ki Khoj Kisne Ki Thi परमाणु की खोज के बारे विस्तार से जानते हैं।
परमाणु (Atom) किसे कहते हैं (Parmanu kise kahate Hain)
परमाणु किसे कहते है (what is atom in hindi) भारत के महान ऋषि कणाद के अनुसार सभी पदार्थ अत्यंत सूक्ष्म कणों से बने हैं जिसे परमाणु कहा जाता है। परमाणु किसी भी पदार्थ की सबसे छोटी इकाई है जिसमें एक रासायनिक तत्व के गुण होते हैं। सभी ठोस, द्रव और गैस परमाणु से मिलकर बनी है।परमाणु
परमाणु शब्द ग्रीक भाषा का शब्द है जिसका अर्थ होता है जिसको विभाजित नहीं किया जा सकता है परमाणु किसी तत्व का वह सबसे छोटा कण है, जो किसी रासायनिक क्रिया में भाग ले सकता है लेकिन स्वतंत्र रूप से नहीं रह सकता है सभी पदार्थ चाहे वह ठोस , द्रव या गैस हो परमाणु से मिलकर बने होते हैं। और परमाणु भी तीन कणो से मिलकर बना होता है जिन्हे इलेक्ट्रान , प्रोटॉन , और न्यूट्रॉन कहते हैं।
दो या दो से अधिक परमाणु आपस में मिलकर अणु का निर्माण करते हैं और अणुओ के द्वारा पदार्थ का निर्माण होता है।
परमाणु की परिभाषा (what is atom in hindi definition)
“परमाणु तत्वों का वह छोटा से छोटा कण है जो किसी भी रासायनिक अभिक्रिया में भाग ले सकता है, लेकिन स्वतंत्र अवस्था में नहीं रह सकता है।”
परमाणु की खोज किसने की थी? Parmanu ki khoj kisne ki thi
परमाणु की खोज जॉन डाल्टन ने 1808 में की थी
परमाणु की खोज जॉन डाल्टन एक गणितज्ञ और रासायनिक वैज्ञानिक थे जिन्होंने सबसे पहले यह सिद्ध किया की पदार्थ छोटे – छोटे कणो से मिलकर बना होता है जिन्हे उन्होंने परमाणु किया और डाल्टन ने 1803 में अपना परमाणु सिद्धांत प्रतिपादित किया जिसे डाल्टन का परमाणु सिद्धांत कहा जाता है।
इस सिद्धांत के अनुसार परमाणु के नाभिक में प्रोटॉन और न्यूट्रॉन होते हैं और नाभिक के चारों और इलेक्ट्रान चक्कर लगते हैं उन्होंने बताया की परमाणु नाभिक और इलेक्ट्रान से मिलकर बना होता है। इसलिए जॉन डाल्टन को परमाणु का खोजकर्ता माना जाता है।
परमाणु का इतिहास (History of Atom)
परमाणु की खोज इतिहास में और भी पीछे जाए तो भारत में ईसा पूर्व महर्षि कणाद ने परमाणु की खोज के बारे में बताया था। उन्होंने बताया कि परमाणु छोटे छोटे कणों से मिलकर बनता है। एक ग्रीक वैज्ञानिक थे जिनका नाम डेमोक्रेट्स था। उन्होंने बताया कि प्रदार्थ को बार बार विभाजित करने पर एक समय ऐसा आएगा कि उसे विभाजित करना सम्भव नही होगा। इसे Atom परमाणु की खोज कहते है।
परमाणु भार किसे कहते हैं (Parmanu Bhar Kise Kahate Hain)
किसी तत्व का परमाणु भार वह संख्या है जो यह प्रदर्शित करता है कि तत्वों का एक परमाणु, कार्बन-12 के परमाणु के 1/12 भाग द्रव्यमान या हाइड्रोजन के 1.008 भाग द्रव्यमान से कितना गुना भारी है।
परमाणु के नाभिक की खोज किसने की थी
(Parmanu Ke Nabhik Ki Khoj Kisne Ki Thi)
परमाणु की खोज परमाणु के नाभिक की खोज अर्नेस्ट रदरफोर्ड ने सन 1911 में की थी। अर्नेस्ट रदरफोर्ड ने बताया की प्रत्येक परमाणु के केंद्र में एक नाभिक होता है जो प्रोटॉन और न्यूट्रॉन से मिलकर बना होता है। अर्थात इस के नाभिक में केवल प्रोटॉन और न्यूट्रॉन पाए जाते हैं और नाभिक के चारों ओर इलेक्ट्रॉन चक्कर लगाते हैं।
परमाणु के द्रव्यमान का 99.94% से अधिक भाग नाभिक में होता है प्रोटॉन पर पॉजिटिव चार्ज होता है, इलेक्ट्रॉन पर नेगेटिव चार्ज होता है और न्यूट्रॉन पर कोई भी इलेक्ट्रिक चार्ज (विद्युत आवेश) नहीं होता।
परमाणु की संरचना (Structure Of Atom)
परमाणु (Atom) में नाभिक, इलेक्ट्रॉन, प्रोटोन और न्यूट्रॉन पाये जाते है। इनमें से प्रोटोन पर पॉजिटिव आवेश और इलेक्ट्रॉन पर नेगेटिव आवेश होता है। न्यूट्रॉन आवेश रहित होता है। प्रोटोन और न्यूट्रॉन परमाणु के नाभिक में पाये जाते है। प्रोटोन और इलेक्ट्रॉन की संख्या परमाणु में समान होती है। इलेक्ट्रॉन नाभिक के चारों और चक्कर लगाते है।
- नाभिक (Nucleus) – इलेक्ट्रॉन इसी के चारों ओर चक्कर लगाते है।
- इलेक्ट्रॉन (Electron) – इलेक्ट्रॉन पर ऋणात्मक आवेश होता है। ये कण नाभिक के चारो तरफ कक्षा में चक्कर लगाते है।
- प्रोटोन (Proton) – इन कणों पर धनात्मक आवेश होता है। प्रोटोन नाभिक में पाये जाते है।
- न्यूट्रॉन (Neutron) – ये कण आवेश रहित होते है। न्यूट्रॉन भी नाभिक पर पाये जाते है।
दोस्तों, परमाणु का आकार 10^-10 मीटर होता है। इसे 100 पिकोमीटर भी कहते है। इसे सूक्ष्मदर्शी से देखना भी सम्भव नही है।
परमाणु की खोज (Parmanu Ki Khoj) ने तहलका मचा दिया था। इसकी खोज ने वैज्ञानिकों को परमाणु बमों के बनने का मार्ग दिखाया। वर्तमान समय में वैज्ञानिकों ने गॉड पार्टिकल की भी खोज कर ली है। गॉड पार्टिकल को ब्रह्मांड का सबसे छोटा कण कहा जाता है।
परमाणु संरचना की खोज किसने की थी
(Parmanu Sanrachna Ki Khoj Kisne Ki Thi)
परमाणु संरचना यानि एटॉमिक स्ट्रक्चर (atomic structure) के बारे में कई वैज्ञानिकों ने अपनी अपनी राय दी है जिन्होंने अलग-अलग तरीके से इसके उदाहरण को समझाने का प्रयास किया है आइए इसे विस्तार से जानते हैं कि परमाणु संरचना की खोज किसने की थी।
जे जे थॉमसन का परमाणु मॉडल
परमाणु की खोज परमाणु संरचना की खोज जे जे थॉमसन ने की थी। इन्होंने परमाणु की प्लम पुडिंग मॉडल दिया था। इसमें उन्होंने देखा कि परमाणु से इलेक्ट्रॉन निकलता है जोकि परमाणु विभाजन के समान हैं।
आइए जोसेफ जॉन थॉमसन के अनुसार परमाणु मॉडल के बारे में जानते हैं। थॉमसन ने अपने प्लम पुडिंग मॉडल में बताया कि परमाणु धन आवेश तरबूज के समान होता है और इलेक्ट्रॉन बीज की तरह इसमें उपस्थित होता है। यह परमाणु मॉडल रदरफोर्ड को समझ नहीं आया इसलिए उन्होंने से रद्द कर दिया और अपना परमाणु मॉडल दिया।
रदरफोर्ड का परमाणु मॉडल
रदरफोर्ड ने बताया की परमाणु की खोज परमाणु मॉडल सौर मंडल के समान है जिसमें सूर्य, नाभिक होता है और ग्रह, इलेक्ट्रॉन की तरह उसके चारों ओर चक्कर लगाते हैं।
परमाणु से जुड़े Important Facts
- परमाणु संख्या – किसी परमाणु के नाभिक में मौजूद प्रोटोन की संख्या को उस तत्व की परमाणु संख्या कहते है।
- द्रव्यमान संख्या – प्रोटॉन और न्यूट्रॉन का योग परमाणु की द्रव्यमान संख्या कहलाती है।
- परमाणु भार – किसी भी तत्व का परमाणु भार यह बताता है कि उस तत्व का एक परमाणु, C-12 के परमाणु के 1/12 भाग द्रव्यमान से कितना गुना भारी है।
- परमाणु किसी भी साधारण पदार्थ का सबसे सूक्ष्मतम कण होता है।
- परमाणुओं की संरचना तीन sub atomic particle क्रमश: प्रोटान (p+), नेटुरोन(no) और इलेक्ट्रॉन (e–) से मिलकर होती है जिनमे प्रोटान और न्यूट्रॉन परमाणु के नाभिक मे स्थित होते हैं और इलेक्ट्रॉन नाभिक के चारों ओर चक्कर लगाते हैं।
- इनके अलावा परमाणु से related कुछ अन्य जानकारियाँ भारतीय दर्शन के अन्य ग्रन्थों जैसे तरकामृत, वायुपुराण आदि मे भी मिली है।
- परमाणु शब्द की उत्पत्ति भारतीय दर्शन के अनुसार संस्कृत भाषा के दो शब्दों क्रमश: परम + अणु से मिलकर हुई है।
- भारतीय दर्शन के अलावा Greek (यूनान) के डेमोक्रेटस (400 ईसा पूर्व) ने भी इस मान्यता कों बल दिया की सभी पदार्थ न दिखाई देने वाले सूक्ष्मतम कणों से बनते हैं।
- परमाणु का भार (mass range)67 * 10 -27 से 4.25 * 10 -25 किलोग्राम तक होता है।
- सन 1808 मे जॉन डाल्टन द्वारा परमाणु संरचना सिद्धान्त प्रस्तुत किए जाने से पूर्व परमाणु की खोज से संबन्धित अन्य रहस्य भारतीय दर्शन और Greek दर्शन मे भी मिलते हैं।
- भारतीय दर्शन मे परमाणु का origin ऋषि कणाद (छठवीं सदी ईसा पूर्व मे) द्वारा उनके वैशेषिक सूत्र नामक रचना मे प्रस्तुत किया गया है।
- परमाणु का विद्युत आवेश (electric charge) 0 (तटस्थ) या ion आवेश होता है।
- परमाणु का diameter range 62 picometer (he) से 520 picometer (cs) इलेक्ट्रॉन lepton होता है, प्रोटान और नेटुरोन प्रत्येक मे 3 क्वार्क होते हैं।
- मानव शरीर मे 7 बिलियन अरब परमाणु होते हैं।
परमाणु के अन्वेषक (Discoverer of Atom)
परमाणु के अन्वेषण से जुड़ी कहानी काफी रोचक है और इस कड़ी मे परमाणु संरचना के जनक जॉन डाल्टन के हजारों साल पहले से भी दो नाम आते हैं: पहला नाम आता है गुजारत के प्रभास क्षेत्र मे जन्मे और वैशेषिक सूत्र के निर्माता महर्षि कणाद का जिन्होंने 6 वीं सती ईसा पूर्व मे ही परमाणु के बारे मे बता दिया था और ये रहस्य उजागर किया था कि द्रव्य के परमाणु होते हैं
और दूसरा नाम Greek वैज्ञानिक डेमोक्रेटस का आता है जिन्होंने बताया की किसी पदार्थ कों लेकर लगातार विभाजि, करते जाएँ तो हम एक ऐसे बिन्दु पर अंतत: पहुंचेंगे जहां से हम इसे पुनर्विभाजित नही कर पाएंगे तो इस भौतिक इकाई कों डेमोक्रेटस ने परमाणु का नाम दिया|
सन 1808 मे डाल्टन ने परमाणु संरचना दी जिसमे उन्होने परमाणु के संरचना से जुड़े सारे सिद्धान्त प्रस्तुत किए और बताया द्रव्य परमाणुओं से बने होते हैं| इसके बाद परमाणु संरचनाओं से जुड़े कई और सिद्धान्त सामने आए उदाहरण के लिए 1890 मे जे थामसन, 1910 मे अर्नेस्ट रदरफोर्ड, 1960 मे बोर, 1920 मे इर्विन,परंतु अन्वेषक पर पूर्ण स्पष्टीकरण अभेद्य है।
परमाणु बम की खोज कब और किसने की थी
परमाणु बम के बारे में आज सभी जानते हैं। यह कितना खतरनाक है यह भी सभी जानते हैं। आधुनिक काल में इस बम के आविष्कार हैं- जे. रॉबर्ट ओपनहाइमर। रॉबर्ट के नेतृत्व में 1939 से 1945 कई वैज्ञानिकों ने काम किया और 16 जुलाई 1945 को इसका पहला परीक्षण किया गया।
हालांकि परमाणु सिद्धांत और अस्त्र के जनक जॉन डाल्टन (6 सितंबर 1766 -27 जुलाई 1844) को माना जाता है, लेकिन उनसे भी लगभग 913 वर्ष पूर्व ऋषि कणाद ने वेदों में लिखे सूत्रों के आधार पर परमाणु सिद्धांत का प्रतिपादन किया था।
विख्यात इतिहासज्ञ टीएन कोलेबुरक ने लिखा है कि अणुशास्त्र में आचार्य कणाद तथा अन्य भारतीय शास्त्रज्ञ यूरोपीय वैज्ञानिकों की तुलना में विश्वविख्यात थे। ऋषि कणाद को परमाणुशास्त्र का जनक माना जाता है। आचार्य कणाद ने बताया कि द्रव्य के परमाणु होते हैं।
महर्षि कणाद ने परमाणु को ही अंतिम तत्व माना। कहते हैं कि जीवन के अंत में उनके शिष्यों ने उनकी अंतिम अवस्था में प्रार्थना की कि कम से कम इस समय तो परमात्मा का नाम लें, तो कणाद ऋषि के मुख से निकला पीलव:, पीलव:, पीलव: अर्थात परमाणु, परमाणु, परमाणु।
आज से 2600 वर्ष पूर्व ब्रह्माण्ड का विश्लेषण परमाणु विज्ञान की दृष्टि से सर्वप्रथम एक शास्त्र के रूप में सूत्रबद्ध ढंग से महर्षि कणाद ने अपने वैशेषिक दर्शन में प्रतिपादित किया था। कुछ मामलों में महर्षि कणाद का प्रतिपादन आज के विज्ञान से भी आगे है।
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इस पोस्ट What Is Atom In Hindi में परमाणु क्या है (Parmanu Kya Hai), परमाणु की संरचना व परमाणु की खोज किसने की थी (Parmanu Ki Khoj Kisne Ki) पर जानकारी कैसी लगी। यह पोस्ट “परमाणु किसे कहते है Atom In Hindi” अच्छी लगी हो तो इसे शेयर जरूर करे।
परमाणु के मौलिक कण क्या है?
परमाणु में मूल रूप से तीन तरह के कण पाये जाते हैं। इन प्राथमिक कणों से ही परमाणु बनता है, ये हैं- प्रोटॉन, न्यूट्रॉन, इलेक्ट्रॉन। सन् 1900 तक वैज्ञानिकों द्वारा यह खोज कर ली गई थी कि परमाणु में धनावेश व ऋणावेश से युक्त दो कण क्रमशः प्रोटॉन व इलेक्ट्रॉन पाये जाते हैं।
परमाणु आपस में जोड़कर क्या बनाते हैं?
दो या दो से अधिक परमाणु आपस में जुड़कर अणु बनाते हैं। असमान तत्वों से- ये असमान तत्वों के परमाणुओं से मिलकर बनते हैं। जैसे- एक हाइड्रोजन का परमाणु व एक क्लोरीन का परमाणु मिलकर हाइड्रोजन क्लोराइड (हाइड्रोक्लोरिक अम्ल) का एक अणु बनाते हैं। इसी प्रकार जल का अणु दो हाइड्रोजन परमाणुओं एवं एक ऑक्सीजन परमाणु से मिलकर बनता है।
एक परमाणु विद्युत रूप से उदासीन होता है कैसे?
प्रत्येक परमाणु में एक नाभिक होता है और नाभिक के चारों ओर ऋण आवेशित इलेक्ट्रोन होते हैं, जो कि विभिन्न कक्षों में चक्कर लगाते रहते हैं। नाभिक में प्रोटॉन व न्यूट्रॉन होते हैं। परमाणु में जितने प्रोटोन होते हैं उतने ही इलेक्ट्रॉन होते हैं, जिसके कारण परमाणु उदासीन होता है।
परमाणु की संख्या कितनी है?
किसी तत्व का परमाणु क्रमांक उसके तत्व के नाभिक में स्थित प्रोटॉनों की संख्या के बराबर होता है। इसे Z प्रतीक से प्रदर्शित किया जाता है। किसी आवेशरहित परमाणु पर इलेक्ट्रॉनों की संख्या भी परमाणु क्रमांक के बराबर होती है।
परमाणु विद्युत रूपेण क्या है?
परमाणु के द्रव्यमान का 99.94% से अधिक भाग नाभिक में होता है। प्रोटॉन पर सकारात्मक विद्युत आवेश होता है, इलेक्ट्रॉन्स पर नकारात्मक विद्युत आवेश होता है और न्यूट्रान पर कोई भी विद्युत आवेश नहीं होता है। एक परमाणु के इलेक्ट्रॉन्स इस विद्युत चुम्बकीय बल द्वारा एक परमाणु के नाभिक में प्रोटॉन की ओर आकर्षित होता है।
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