प्रकाश संश्लेषण किसे कहते हैं? | Photosynthesis In Hindi

हैल्लो दोस्तों आपका स्वागत है हमारे ब्लॉग examenglishhindi.com में आज के इस पोस्ट में हम पढ़ेंगे की Photosynthesis In Hindi प्रकाश संश्लेषण किसे कहते हैं?, प्रकाश संश्लेषण कहाँ होता है ?, प्रकाश संश्लेषण कैसे होता है? Photosynthesis In Hindi प्रकाश संश्लेषण अभिक्रिया समीकरण प्रकाश संश्लेषण का महत्व Importance of Photosynthesis In Hindi किसे कहते है ?

प्रकाश संश्लेषण अभिक्रिया जानना कक्षा 8, 9, 10, 11 और 12 के विद्यार्थीओ के लिए बहुत उपयोगी है। तो आइए सुरु करते है है की Photosynthesis In Hindi इसे विस्तारपूर्वक समझने की कोशिश करते है।

प्रकाश संश्लेषण क्या है? (Definition of Photosynthesis in Hindi)

प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है, जिसमें पेड़-पौधे अपने हरे रंग वाले अंगो जैसे पत्ती, द्वारा सूरज से प्रकाश वायु से कार्बनडाइऑक्साइड तथा भूमि से जल लेकर अपना खाना स्वंय बनाती है उसे प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) कहते है | पौधों में होने वाली यह क्रिया हरित लवक या पर्णहरित (Chlorophyll) की उपस्थिति में सम्पन्न होती है।

6 СО2 + 12H2O -(सूर्य का प्रकाश + पर्णहरित)→ C6H12O6 + 6H2O + 6O2

प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया (Photosynthesis Reaction in Hindi)

प्रकाश संश्लेषण का रासायनिक समीकरण इस प्रकार है:
6CO2 + 6H2O + सौर ऊर्जा (light energy) —————> C6H12O6 + 6O2

CO2 के 6 अणु, पानी (H2O) के 12 अणुओं के साथ सौर ऊर्जा की सहायता से जुड़ जाते हैं| परिणामस्वरूप कlरबोहाइडरेट (C6H12O6) या शर्करा का 1 अणु, सांस लेने लायक ऑक्सीजन और पानी के 6 अणुओं के साथ मिलता है।

इस प्रक्रिया का सबसे प्रमुख घटक क्लोरोफिल है जो हर प्रकार के पौधों में पायी जाती है। इनका मुख्य काम सूर्य की रौशनी को सोखने का होता है। यह हरे रंग की होती है सूर्य के किरणों के लाल और नीले रंगो को सोख लेते हैं। इसका एक बैक्टीरियल संस्करण भी होता है जिसको बक्टेरिओक्लोरोफिल कहते हैं|

प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया के प्रकार

प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया के दो प्रकार हैं:

1. ऑक्सीजन युक्त प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis With Oxygen)
2. ऑक्सीजन रहित संश्लेषण (Photosynthesis Without Oxygen)

1. ऑक्सीजन युक्त प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis With Oxygen)

ऑक्सीजन युक्त प्रकाश संश्लेषण में सूर्य की ऊर्जा इलेक्ट्रान को पानी से कार्बन डायोक्साइड में परिवहित होता है| इस प्रक्रिया में CO2 को इलेक्ट्रान मिलता हैं और पानी ऑक्सीकृत हो जाता है यानि पानी में परिवर्तित हो जाता है।

2. ऑक्सीजन रहित संश्लेषण (Photosynthesis Without Oxygen)

ऑक्सीजन रहित संश्लेषण की प्रक्रिया में पानी के अलावा दूसरे माध्यमों से इलेक्ट्रान लिया जाता है। यह बैंगनी बैक्टीरिया और हरे गंधक बैक्टीरिया द्वारा उपयोग में लाया जाता है। इस प्रक्रिया में ऑक्सीजन का निर्माण नहीं होता। प्रतिफल के रूप में हाइड्रोजन सलफाइड बनता है।

प्रकाश संश्लेषण की क्रिया को प्रभावित करने वाले कारक (Factors Governing Photosynthesis)

प्रकाश संश्लेषण की क्रिया को प्रभावित करनेवाले कारक निम्नलिखित हैं-

1. प्रकाश (Light)
2. ताप (Temperature)
3. कार्बन डाइऑक्साइड (CO2)
4. जल (Water)

1. प्रकाश (Light)

प्रकाश संश्लेषण की क्रिया लाल एवं नीले प्रकाश में सबसे अधिक होती है जबकि पराबैंगनी, हरी, पीली एवं अवरक्त प्रकाश में यह बिल्कुल नहीं होती है। प्रकाश संश्लेषण की क्रिया प्रकाश की निम्न तीव्रता पर तो बढ़ती है परन्तु जैसे- जैसे तीव्रता उच्च होती है, यह घटती जाती है।

2. ताप (Temperature)

प्रकाश संश्लेषण में अनेक एन्जाइमों की प्रतिक्रियाएँ होती हैं। एन्जाइम तापक्रम की एक अनुकूलतम परास सीमा में ही क्रियाशील होते हैं। अतः 0°C से 37°C तक तापक्रम बढ़ने पर प्रकाश संश्लेषण की दर बढ़ती जाती है, परन्तु 37°C से उच्च ताप पर यह घट जाती है।

3. कार्बन डाइऑक्साइड (CO2)

एक निश्चित स्तर तक कार्बन डाइऑक्साइड की सान्द्रता बढ़ने पर प्रकाश संश्लेषण की दर बढ़ती है लेकिन इसके उपरान्त कार्बन डाइऑक्साइड की सान्द्रता का प्रकाश संश्लेषण की दर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। इसके विपरीत बढ़ी हुई सान्द्रता निरोधी हो सकती है।

4. जल (Water)

जल के अभाव की स्थिति में प्रकाश संश्लेषण की दर कम हो जाती है। क्योंकि ऐसा वाष्पोत्सर्जन की दर कम करने के लिए रंध्रों के बंद रहने के कारण होता है इससे पत्तियों में CO2 का प्रवेश रुक जाता है।

प्रकाश संश्लेषण का महत्व ( Importance of Photosynthesis In Hindi)

1. प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया में पेड़ पौधे अपना भोजन बनाते है। यह दूसरे जीवो को भोजन की पूर्ति करता है।

2. पौधों के द्वारा बनाया गया भोजन मनुष्य और दूसरे जीव खाते है। एक तरह से कह सकते है कि मनुष्य भोजन के लिए पेड़ पौधों पर निर्भर है।

3. इस अभिक्रिया में प्राणवायु ऑक्सीजन का निर्माण होता है।

4. जमीन के नीचे से तेल, प्राकृतिक गैस, कोयला जैसे प्रदार्थ प्राप्त होते है। ये प्रदार्थ हजारो वर्षो पूर्व प्रकाश संश्लेषण अभिक्रिया से पेड़ पौधों द्वारा संग्रहहित किये गए थे।

5. प्रकाश संश्लेषण की क्रिया में वातावरण से कार्बन डाइऑक्साइड ली जाती है और ऑक्सीजन छोड़ी जाती है।

इन्हे भी पढ़े

अगर आपने Photosynthesis In Hindi को यहाँ तक पढ़ा है तो मुझे पूरी तरह उम्मीद है की आपको Photosynthesis In Hindi अच्छी तरह से समझ में आ गया होगा| इस Artical में अगर आपको कोई भी Problem हो तो हमें Comment के माध्यम से पूछ सकते है | अगर आपको यह Artical अच्छा लगा तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करे

Photosynthesis In Hindi FAQ

प्रकाश संश्लेषण क्या है?

प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है, जिसमें पेड़-पौधे अपने हरे रंग वाले अंगो जैसे पत्ती, द्वारा सूरज से प्रकाश वायु से कार्बनडाइऑक्साइड तथा भूमि से जल लेकर अपना खाना स्वंय बनाती है उसे प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) कहते है | पौधों में होने वाली यह क्रिया हरित लवक या पर्णहरित (Chlorophyll) की उपस्थिति में सम्पन्न होती है।

प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया के प्रकार

प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया के दो प्रकार हैं:
ऑक्सीजन युक्त प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis With Oxygen)
ऑक्सीजन रहित संश्लेषण (Photosynthesis Without Oxygen)

प्रकाश संश्लेषण का रासायनिक समीकरण क्या है?

6CO2 + 6H2O + सौर ऊर्जा (Light Energy) —————> C6H12O6 + 6O2

प्रकाश संश्लेषण की क्रिया को प्रभावित करने वाले कारक कौन – कौन से है ?

प्रकाश संश्लेषण की क्रिया को प्रभावित करनेवाले कारक निम्नलिखित हैं-
प्रकाश (Light)
ताप (Temperature)
कार्बन डाइऑक्साइड (CO2)
जल (Water)

ऑक्सीजन रहित संश्लेषण क्या है ?

ऑक्सीजन रहित संश्लेषण की प्रक्रिया में पानी के अलावा दूसरे माध्यमों से इलेक्ट्रान लिया जाता है। यह बैंगनी बैक्टीरिया और हरे गंधक बैक्टीरिया द्वारा उपयोग में लाया जाता है। इस प्रक्रिया में ऑक्सीजन का निर्माण नहीं होता। प्रतिफल के रूप में हाइड्रोजन सलफाइड बनता है।

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