Benefits and Side Effects of Sleeping Pill in hindi | नींद की गोली के फायदे व नुकसान

Hello Friends आपका स्वागत है हमारे ब्लॉग Examenglishhindi.Com में आज के इस Article में हम पढ़ेंगे की नींद की गोली के नुकसान (Side Effects of Sleeping Pill in hindi), स्लीपिंग टेबलेट क्यों ली जाती है? (When is Sleeping Tablet used in Hindi?), स्लीपिंग टेबलेट्स की कौनसी ब्रांड्स है?, साथ ही अक्सर पूछे जाने वाले सवाल तथा Side Effects of Sleeping Pill इससे जुड़ी हुई जानकारी प्राप्त करेंगे तो चलिए शुरू करते है – Side Effects of Sleeping Pill

शारीरिक और मानसिक थकान के कारण या किसी और परेशानी के चलते नींद ना आने की समस्या से जूझ रहे लोगों को सबसे आसान तरीका लगता है नींद की टैबलेट यानी स्लिपिंग पिल्स लेना। जबकि यह ना तो किसी भी तरीके से फायदेमंद है और ना ही सेहत के लिए अच्छा।

 

 

नींद की गोली के नुकसान (Side Effects of Sleeping Pill in hindi)

  • गला बंद होने का अहसास होना
  • आवाज का बैठ जाना
  • भूख में बदलाव
  • कब्ज की समस्या होना
  • दिन के समय सुस्ती छाना
  • शरीर के एक हिस्से का हिलना
  • कमजोरी महसूस होना
  • पेट में जलन या दर्द महसूस होना
  • याददाश्त में समस्या
  • गैस बनना
  • सिर दर्द होना
  • धुंधला दिखना या देखने में समस्या होना
  • छाती में दर्द महसूस होना
  • दस्त होना
  • बैलेंस बनाने में समस्या होना
  • चक्कर आना
  • खुजली और रैशेज होना
  • दिल की धड़कन तेज होना
  • उल्टि‍यां होना
  • हाथ या पैर में जलन या झुनझुनाहट महसूस होना
  • सांसों की कमी होना
  • आंखों, चेहरे, होंठ, जीभ या गले की सूजन महसूस होना

Benefits and Side Effects of Sleeping Pill in hindi

कोमा में जाने का खतरा

जो लोग रोज एक गोली लेने के बजाए उससे ज्यादा गोलियां खाते हैं, उनके कोमा में जाने का खतरा होता है।

याद्दाश्त बिगड़ना

लंबे समय तक नींद की गोलियां लेने से याद्दाश्त कमजोर हो जाती है।

बनने लगते हैं थक्के

नींद की गोलियां नर्वस सिस्टम को कमजोर कर देती हैं। रक्त नलिकाओं में थक्के भी बन जाते हैं।

शिथिल हो जाता है स्नायु तंत्र

नींद की गोलियां स्नायु तंत्र को शिथिल कर देती हैं।

रुक सकती है सांस

खर्राटों के बीच कभी-कभी सांस रुक जाती है जो जानलेवा भी सिद्ध हो सकता है।

नींद की गोली के फायदे (Benefits of Sleeping Pill in hindi)

  • शरीर को करे रिलैक्स
  • नींद में सहायक
  • तनाव करे कम

शरीर को करे रिलैक्स

कुछ लोग शरीर को रिलैक्स करने के लिए भी इस दवा का सेवन करते हैं. इस दवा को लेने से नींद तो पूरी होती है, साथ ही शरीर की थकावट भी कम होती है.

नींद में सहायक

नींद की गोलियां लेने वाले लोग बिना दवा वाले लोगों की तुलना में लगभग 8 से 20 मिनट पहले तेजी से सो जाते हैं.

तनाव करे कम

आमतौर ये गोलियां डॉक्टर की सलाह पर कम समय के लिए ही ली जाती हैं. इससे दवा के सेवन से नींद में सुधार होने के साथ-साथ तनाव भी कम होता है.

Benefits of Sleeping Pill in hindi

स्लीपिंग टेबलेट क्यों ली जाती है? (When is Sleeping Tablet used in Hindi?)

एक स्वस्थ व्यक्ति को प्रति रात 6 से 8 घंटे की नींद की आवश्यकता होती है। कभी–कभी, किसी व्यक्ति को बहुत सारी वजहों से नींद की यह मात्रा प्राप्त करने में समस्या हो सकती है और उचित नींद के चक्र को बनाए रखने के लिए उन्हें नींद की गोलियों की आवश्यकता होती है।

इन बिमारियों से ग्रस्त हों तो स्लीपिंग टेबलेट न लें या सावधानी बरतें?

  • कब्ज
  • आंख में दबाव बढ़ा
  • ओवरएक्टिव थायरॉयड ग्रंथि
  • मूत्राशय की रुकावट
  • पुरानी अज्ञातहेतुक
  • बढ़ा हुआ अग्रागम
  • बंद कोण मोतियाबिंद
  • उच्च रक्तचाप
  • स्टेनोसिन पेप्टिक अल्सर
  • मूत्राशय को पूरी तरह से खाली करने में असमर्थता

स्लीपिंग टेबलेट्स की कौनसी ब्रांड्स है?

Rozerem (ramelteon)
Silenor (doxepin)
Halcion (triazolam)
Restoril (temazepam)
Lunesta (eszopiclone)
Prosom (estazolam)
Sonata (zaleplon)
Desyrel (trazodone)
Ambien, Ambien CR (zolpidem tartrate)
Dalmane (flurazepam hydrochloride)

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

सवाल 1. नींद की गोलियां कितनी हानिकारक होती हैं?

जवाब – जो लोग साल भर में 18 से 132 नींद की गोलियां खाते हैं, उनमें वक्त से पहले मौत का खतरा 4.4 गुना अधिक होता है। 132 से ज्यादा गोलियों का सेवन करने वालों में खतरा 5.3 गुना अधिक देखा गया है।

सवाल 2. नींद की गोली का असर कितने समय तक रहता है?

जवाब – आमतौर पर मेलाटोनिन का असर एक से दो घंटे के बाद देखा गया है। इसलिए इसे बिस्तर पर जाने से दो घंटे पहले लिया जाना चाहिए।

सवाल 3. नींद की गोली लेने का सबसे अच्छा समय क्या है?

जवाब – नींद की गोलियों को सोने से 30 मिनट पहले लिया जाए।

सवाल 4. स्लीपिंग टेबलेट का प्रभाव गुर्दे पर क्या होता है?

जवाब – प्रत्येक रोगी के गुर्दे को अलग तरह से प्रभावित करता है इसलिए जोखिम और लाभ के लिए डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।

सवाल 5. स्लीपिंग टेबलेट का लिवर पर क्या असर होता है?

जवाब – नींद की गोलियों के विभिन्न वर्गों के साथ विभिन्न सामान्य नाम बाजार में उपलब्ध हैं और प्रत्येक रोगी के जिगर (लिवर) को अलग तरह से प्रभावित करता है इसलिए जोखिम और लाभ के लिए डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।

सवाल 6. नींद की 4 गोली खाने से क्या होता है?

जवाब – आप नींद की गोली हमेशा इस्तेमाल करते हैं तो इसका असर आपके पाचन तंत्र पर पड़ता है. इसकी वजह से भूख अनियमित हो सकती है, कुछ लोगों में कब्ज और गैस की समस्या होने लगती है.

सवाल 7. नींद की गोलियां लेनी चाहिए या नहीं?

जवाब – नींद की गोलियां सबसे अच्छा काम करती हैं और सबसे सुरक्षित होती हैं यदि आप उन्हें जीवनशैली में बदलाव के साथ थोड़े समय के लिए उपयोग करते हैं ।

सवाल 8. क्या स्लीपिंग टेबलेट का उपयोग गर्भवती महिला के लिए ठीक है?

जवाब – अगर गर्भवती महिला अनिद्रा से पीड़ित है तो एंटीथिस्टेमाइंस, डिपेनहाइड्रामाइन और डॉक्सिलमाइन को सुरक्षित माना जाता है, लेकिन पहले डॉक्टर से सलाह लें

सवाल 9. क्या स्लीपिंग टेबलेट का उपयोग स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए ठीक है?

जवाब – अधिकांश डॉक्टरों के अनुसार, स्तनपान करते समय कोई भी स्लीपिंग टेबलेट लेना सुरक्षित नहीं है। आप स्तनपान कर रहे हों तो स्लीपिंग टेबलेट Ambien और Lunesta निर्धारित की जा सकती हैं।

सवाल 10. नींद की गोली का असर कैसे होता है?

जवाब – नींद की गोली हमारे दिमाग पर बुरा असर डालती है। यह बात हम नहीं बल्कि बहुत सारे शोधों में कहीं गई है। एंटी कोलीनर्जिक युक्त गोलियां और नींद की गोली लेने से याद्दाश्त कमजोर हो जाती हैं।

सवाल 11. क्या स्लीपिंग टेबलेट को कुछ खाद्य पदार्थों के साथ लेने से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है?

जवाब – नहीं खाने के साथ स्लीपिंग टैबलेट को लेना आपकी सेहत को नुकसान नहीं पहुंचाता है।

सवाल 12. क्या जब स्लीपिंग टेबलेट ले रहे हों, तब शराब पीने से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है?

जवाब – जी हां एल्कोल के साथ स्लीपिंग टेबलेट लेने से खतरनाक प्रभाव पड़ सकता है।

सवाल 13. क्या स्लीपिंग टेबलेट आदत या लत बन सकती है?

जवाब – स्लीपिंग टेबलेट लेने की आदत हो सकती है। हमेशा लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श करें

सवाल 14. क्या स्लीपिंग टेबलेट को लेने के बाद वाहन चलाना या भारी मशीन संचालित करना सुरक्षित है?

जवाब – यह ड्राइविंग क्षमता को बाधित कर सकता है। अगर दवा लेने के बाद ड्राइव करते हैं।

इन्हें भी पढ़े

Benefits and Side Effects of Sleeping Pill in hindi :- अगर आपने Benefits and Side Effects of Sleeping Pill in hindi को यहाँ तक पढ़ा है तो मुझे पूरी तरह उम्मीद है की आपको Benefits and Side Effects of Sleeping Pill in hindi अच्छी तरह से समझ में आ गया होगा| इस Benefits and Side Effects of Sleeping Pill in hindi में अगर आपको कोई भी Problem हो तो हमें Comment के माध्यम से पूछ सकते है | अगर आपको यह Artical Benefits and Side Effects of Sleeping Pill in hindi अच्छा लगा तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करे Benefits and Side Effects of Sleeping Pill in hindi

Leave a Reply