अश्वगंधा एक जड़ी-बूटी है। अश्वगंधा का प्रयोग कई रोगों में किया जाता है। अलग-अलग देशों में अश्‍वगंधा कई प्रकार की होती है|

पूरे भारत में और खासकर सूखे प्रदेशों में अश्‍वगंधा का पौधा पाए जाते हैं।अश्‍वगंघा के पौधे 2000-2500 मीटर की ऊंचाई तक पाए जाते हैं।

अश्वगंधा के ज्यादा इस्तेमाल करने से यह गैस, अफरा, उलटी, दस्त, ज्यादा नींद आना जैसी समस्या पैदा कर सकता है.

डायबिटीज के रोगीयों के लिए अश्वगंधा बहुत फायदेमंद होता है, लेकिन जो लोग दवाओं का सेवन कर रहे हो वो उसके साथ अश्वगंधा का सेवन न करें।

अगर आपका ब्लड प्रेशर हमेशा कम रहता हैं तो अश्वगंधा लेने से बचना चाहिए. क्योंकि यह बीपी को और कम कर सकता है.

अश्वगंधा की पत्तियों का ज्यादा इस्तेमाल आपके पेट में दर्द, दस्त, उल्टियां, पेट गैस जैसी समस्यां हो सकती हैं.

अगर प्रेग्नेंट महिला अश्वगंधा लेती है, तो एस्ट्रोजन हॉर्मोन का लेवल बढ़ सकता है, जो ब्लीडिंग या सिरदर्द जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

अश्वगंधा की जड़ के अर्क का सेवन करने से पुरुषों में स्तंभन दोष यानी इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या हो सकती है।

इस तरह की समस्या इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के कारण ही देखने को मिलती है। इसके पुरुषों में यौन इच्छा में कमी देखने को मिल सकती है।