What is Fungi | कवक क्या है, कवक के प्रकार, आर्थिक महत्व और हानि

Hello Friends आपका स्वागत है हमारे ब्लॉग Examenglishhindi.Com में आज के इस Article में हम कवक क्या है ?(What is Fungi), कवक के प्रकार, आर्थिक महत्व ओर हानि तथा कवक के कारण होने रोग के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपके आने वाली सभी प्रतियोगी परीक्षा के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होगीं। तो चलिए शुरू करते है – What is Fungi

इस पोस्ट में क्या है ?

कवक किसे कहते है ? (What is Fungi)

  • कवक को Fungus या फफूंद भी कहा जाता है |
  • Fungi लैटिन भाषा का शब्द है जिसका अर्थ है – छत्रक या मशरूम |
  • Fungi का अध्ययन माइकोलॉजी (Mycology) कहलाता है |
  • कवक का वैज्ञानिक नाम Fungi है |
  • Linnaeus द्धारा सर्वप्रथम कवक या Fungi शब्द का प्रयोग पोधो कर एक वर्ग के लिए किया गया था |
  • इसके तहत छात्रकनुमा कवक प्रजातियों के अलावा परपोषी एवं Chlorophyll रहित सरल पादप काय युक्त प्रजातियों को रखा गया है
  • कवक या फफूंद एक प्रकार का जीव होता है जो अपना भोजन सड़े गले मृत कार्बनिक पदार्थों से प्राप्त करते हैं.
  • प्रसिद्द कवक विज्ञानी Anton D. Berry को आधुनिक कवक विज्ञानं के जनक कहा जाता है , इन्होने मुख्य रुप से गेंहू के स्तम्भ किट्ट का अध्धयन किया |

पोषण के आधार पर कवक चार प्रकार के होते हैं –

1. सहजीवी (Symbiotic)
2. परजीवी (Parasitic)
3. मृतोपजीवी (Saprophyte)
4. सहजीवी (Saprophytes)

1. सहजीवी (Symbiotic) :-

  • ऐसे Fungi दूसरे पौधों के साथ-साथ उगते हैं तथा एक-दूसरे को लाभ पहुँचाते हैं. जैसे – लाइकोन (Lichen), (Ascomycetes, Basidomycetes के सदस्य है )

2. परजीवी (Parasitic) :-

  • ऐसे Fungi अपना भोजन जन्तुओं एवं पौधों के जीवित ऊतकों से प्राप्त करते हैं. ऐसे कवक सदैव हानिकारक होते हैं. जैसे – पक्सिनिया (Paxinia), अस्टिलागो (Astilago)

Note :-
पोषण के आधार पर परजीवी दो भागो में बाँटा गया है –
(a) बाह्य परजीवी (External Parasite)
(b) अन्त: परजीवी (Intra Parasitic)

3. मृतोपजीवी (Saprophyte) :-

  • इस प्रकार के Fungi अपना भोजन सदैव सड़े-गले कार्बनिक पदार्थों से प्राप्त करते हैं. जैसे – राइजोपस (Rhizopus), पेनिसिलिय (Penicilium), मोर्चेला (Morchella).

Note :-
पोषण के आधार पर मृतोपजीवी दो भागो में बाँटा गया है –
(a) अविकल्पी मृतोपजीवी (Non-Alternating Saprophyte)
(b) विकल्पी मृतोपजीवी (Mortal Saprophyte)

4. सहजीवी (Saprophytes) :-

  • जो Fungi शैवाल तथा लाइकेन के साथ तथा उच्चवर्गीय पौधों के साथ कवक मूल बना कर भी रह सकते है. जैसे – राइजोपस (Rhizopus)

आवास के आधार पर कवक दो प्रकार के होते हैं –

1. जलीय कवक (Aquatic Fungus)
2. स्थलीय कवक (Terrestrial Fungus)

1. जलीय कवक (Aquatic Fungus) :-

  • जो कवक जल में पाया जाता है, जैसे – प्लावी पादप शैवाल पर

2. स्थलीय कवक (Terrestrial Fungus) :-

  • जो कवक स्थल पर पाए जाते है, जैसे – पाईलोबोलास

कवक जाति के आधार पर चार प्रकार के होते है

1. फाइकोमाइसिटीज (Phycomycetes)
2. बेसिडियोमाइसिटीज (Basidiomycetes)
3. एस्कोमाइसिटीज (Ascomycetes)
4. डयुटिरोमाइसिटीज (Deuteromycetes)

1. फाइकोमाइसिटीज (Phycomycetes) :-

  • ये जलीय आवासों, गली – सडी, लकड़ी, नम तथा सीलन भरे स्थानों अथवा परजीवी के रूप में पे जाते है
  • Fungi जाल अपटिय तथा बहुकेंद्रक होता है
  • जैसे – Albugo (सरसों का परजीवी ), Rhizopus (रोटी के कवक )

2. बेसिडियोमाइसिटीज (Basidiomycetes) :-

  • जाति सबसे आम मशरूम, स्मट कवक, और जंग भी शामिल है।
  • कई अनाज रोगजनकों इस जाति के हैं।
  • ये मिटटी में, गली – सडी, लकड़ी, तथा सजीव पादप के अंदर परजीवी के रूप में पाए जाते है

3. एस्कोमाइसिटीज (Ascomycetes) :-

  • कवक जाति का सबसे बड़ा संघ है।
  • इन कवक थैली कवक कहा जाता है क्योंकि उनके अर्धसूत्रीविभाजनिक बीजाणुओं एक थैली में पाए जाते हैं।
  • यह जाति कोशिकीय खमीर, शैवाल, नए नए कवक, और कुछ मशरूम भी शामिल है।
  • यह जाति Beer बनाने के लिए इस्तेमाल कवक, Bread, Cheese, और दवाओं योगदान देता है।
  • उदाहरणों में शामिल हैं Aspergillus और Penicillium ।

4. डयुटिरोमाइसिटीज (Deuteromycetes) :-

  • इसे प्राय: अपूर्ण कवक भी कहते है |
  • इनके कुछ सदस्य मृतजीवी अथवा परजीवी होते है |
  • उदाहरणों में शामिल हैं Alternaria, Collototicum |

कवक की विशेषताएं (Features of Fungus)

  • ये परपोषी जीव होते है | जो अपने भरण-पोषण के लिए दूसरे जीवो पर निर्भर होते है।
  • जीवन च्रक सरल से जटिल होता है |
  • जाल पटरहित या पटयुक्त होता है |
  • थैलस एक कोशकीय , अमीबीय या तंतुमय कवक |
  • कोशिका संगठन Eukaryotic प्रकार का है |
  • ऐसे जीव, जो स्वयं अपना भोजन निर्मित नहीं कर सकते, और अन्य पौधों या जीवों पर आश्रित होते है।
  • कोशिका भित्ति Cellulose अथवा Chitin तथा Polysaccharides की बनी होती है |

कवक के आर्थिक महत्व (Economic Importance of Fungi)

  • अधिकांश Fungi प्राकृतिक रूप से अत्यंत उपयोगी हैं ।
  • Fungi से कई प्रकार के एन्जाइम (Enzyme) प्राप्त किए जाते हैं.
  • Agaricus छत्रक, गुच्छी आदि कवकों का उपयोग सब्जी के रूप में किया जाता है.
  • Aspergillus, Penicillium जैसे कवकों का उपयोग पनीर बनाने में होता है.
  • Yeast का उपयोग Alcohol Industry में किया जाता है.
  • कुछ Yeast जैसे Saccharomyces Cervicii का उपयोग Bakery उद्योग में डबलरोटी बनाने में किया जाता है.
  • कवकों द्वारा कई प्रकार के अम्लों (Acids) का निर्माण किया जाता है.
  • कवकों से कई प्रकार के Antibiotic (प्रतिजैविक) औषधियों का निर्माण किया जाता है.
  • वर्ष 1927 ई. में Alexander Fleming ने Penicillium से Penicillin नामक Antibiotic प्राप्त किया था |
  • Aspergillus, Mucor तथा Cytromybes द्वारा साइट्रिक अम्ल (Citric Acid) का निर्माण किया जाता है.
  • Aspergillus, Gelomyces तथा Penicillium Glaucum द्वारा Gluconic Acid प्राप्त किया जाता है.
  • Aspergillus Niger द्वारा Gluconic Acid तथा Rhizopus Nigricans द्वारा Fumaric Acid प्राप्त किया जाता है.
  • Aspergillus Oryzae से Amylase, Yeast से Invertase तथा Penicillium से Pectinase Enzyme प्राप्त किए जाते हैं.
  • मिट्टी में उपस्थित कवक पौधों एवं जन्तुओं के मृत शरीर एवं बचे भागों को सड़ा-गलाकर खनिज में बदल देते हैं

कवकों से कई प्रकार के Vitamin का संश्लेषण किया जाता है. जैसे- Streptomyces Griseicus Salt कवक से Vitamin B12 (Cyanocobalamin), यीस्ट से Vitamin D संश्लेषण किया जाता है.

क्लोरोमाइसीटीन, नीयोमाइसीन, स्ट्रेप्टोमाइसीन, टेरामाइसीन (Chloromycetin, Neomycin, Streptomycin, Terramycin) आदि Antibiotic औषधियाँ कवकों से ही प्राप्त किए जाते हैं |

कवक के हानिकारक महत्त्व (Harmful Importance of Fungi)

दैनिक जीवन में उपयोग में आनेवाले कई प्रकार की वस्तुओं जैसे-कपड़ा, चमड़े, कागज, लकड़ी (Cloth, Leather, Paper, Wood) आदि को कवक नष्ट कर देते हैं.

Rhizopus, Penicillium आदि की कई जातियाँ भोजन को नष्ट कर देती हैं.

कवक जन्तुओं में भी कई प्रकार के रोग उत्पन्न करते हैं. मानव में होने वाले Aspergillus (फेफड़े का रोग), Ringworm, Meningitis, Onycho Mycosis, Hiptoplasmosis आदि रोग कवकों द्वारा ही होते हैं|

सरसों का सफ़ेद किट्ट रोग, मूंगफली का टिक्का रोग, आलू का उत्तरभावी अंगमारी रोग, गन्ने का लाल सड़न रोग, चने का विल्ट रोग, सेब के फल का सड़ना, बाजरे का अर्गोट, गेहूँ का लाल रस्ट, आदि पादप रोग विभिन्न प्रकार के कवकों के द्वारा होते हैं.

कवक हमारे लिए क्यों हानिकारक है?

What is Fungi कुछ कवक मृतोपजीवी के रूप में खाद्य पदार्थों को नुकसान पहुंचाते हैं। ऐसे कवक खाद्य पदार्थों जैसे रोटी, अचार, जैम, मांस (bread, pickles, jams, meat) आदि पर उग आते है, और इन खाद्य पदार्थों को खराब करते हैं, जैसे yeast, Aspergillus otj, Penicillium digitatum आदि।

कौन सा कवक खाया जाता है?

What is Fungi (खाने योग्य कवक कौन सा है?) mushroom (कुकुरमुत्ता) से हम सभी भलीभांति परिचित हैं। बारिश के मौसम में हम इन्हें सड़ती हुई लकड़ी या पेड़ों की जड़ों के पास उगते हुए अक्सर देखते हैं। लेकिन बहुत कम लोग जानते है यह सभी कवक (fungi) की fruiting body होती है।

कवक के कारण होने वाला रोग कौन सा है?

What is Fungi Saproligniosis paralisica नामक फफूंद से होता है जाल चलाने तथा परिवहन के दाैरान मत्स्य बीज के धायल हो जाने से फफूंद धायल शरीर पर चिपक कर फैलने लगता है। तथा त्वचा पर सफेद जालीदार सतह बनाता है। यह सबसे धातक रोग है।

कवकों की कोशिका भित्ति किसकी बनी होती है?

What is Fungi कवक की कोशिका भित्ति ‘काइटिन’ (chitin) नामक यौगिक से बनी होती है। पादप कोशिकाओं की कोशिका भित्ति ‘सेल्यूलोज’ (cellulose) से बनी होती है। कोशिका भित्ति एक कठोर परत होती है जो कुछ प्रकार की कोशिकाओं को घेर लेती है। कोशिका भित्ति एक plant, bacteria, fungus आदि की कोशिका का मूल घटक है।

कवक में जनन कैसे होता है?

What is Fungi कवक में अलैंगिक प्रजनन होता है. इस क्रिया में कवक-जाल के टुकड़े अलग-अलग हो जाते हैं और उनमें पुन: वृद्धि होती है. ये विशेष कोशिकाओं (कायिक बीजाणु या कोनिडिया) के द्वारा भी प्रजनन करते हैं. कुछ कवक केवल अलैंगिक प्रजनन क्रिया द्वारा ही प्रजनन करते हैं.

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What is Fungi :- अगर आपने What is Fungi को यहाँ तक पढ़ा है तो मुझे पूरी तरह उम्मीद है की आपको What is Fungi अच्छी तरह से समझ में आ गया होगा| इस Artical में अगर आपको कोई भी Problem हो तो हमें Comment के माध्यम से पूछ सकते है | अगर आपको यह Artical अच्छा लगा तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करे What is Fungi

What is Fungi FAQ

Q. कवक का वैज्ञानिक नाम क्या है ?

उत्तर – कवक का वैज्ञानिक नाम Fungi है |

Q. कवक विज्ञान के जनक कौन है?

उत्तर – कवक विज्ञान (Mycology) के जनक माइकेली को कहा जाता है |

Q. कवक में पोषण की कौन सी विधि होती है?

उत्तर – कवक (Fungus) में मृतजीवी पोषण की विधि पाई जाती है।

Q. कवक का दूसरा नाम क्या है?

उत्तर – परपोषी जीवों में फंजाई (कवक) का जीव जगत में विशेष अद्भुत स्थान है।

Q. कवक मूल किसका उदाहरण है?

उत्तर – कवक मूल में पौधे और कवक दोनों को लाभ होता है। इसलिए, यह सहोपकारिता का एक उदाहरण है।

Q. कवक दो उदाहरण दीजिए?

उत्तर – प्रोटोजोआ, अमीबीय, कशायी, पक्ष्मायी और स्पोरोजोआ प्रोटोजोआ

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